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Neem ke fayde: सायद ही कोई ऐसा व्यक्ति होगा जो नीम के पेड़ (Neem ke ped) के बारे में न जानता हो। आमतौर पर नीम को उसके कड़वेपन के कारण जाना जता है। लेकिन नीम जितना कड़वा होता है उतना ही यह ओषधीय गुणों (health benefits) से भरपूर होता है। आयुर्वेद में नीम के बहूत से ओषधीय गुण बताए गए है। कई ऐसी भयंकर बीमारिया है जिनमे नीम के सेवन से बहूत फायदा देखने को मिलता है । (benefits of neem tree in hindi) नीम में एंटीबायोटिक,एन्टी पयरेटिक,एंटीइंफ्लेमेटरी और यहां तक कि एंटी कैंसर (anti cancer) जैसे गुण भी नीम के अंदर पाए जाते है।
Neem ke patte ke ayurvedic fayde: नीम के पत्ते के फायदे
नीम के पेड़ के फल, फूल ,छाल और पत्ते सभी को विभिन्न बीमारियों में औषधी के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। ( Neem ke fayde in hindi) नीम एक ऐसा औषधीय पौधा है जिसे हम बालों की समस्या,सिर दर्द की समस्या ,आंखों के रोग, पेट के रोग ,दांत के रोग , बवासीर , डाईबेटिस और कैंसर जैसी बीमारियों में इस्तेमाल कर सकते है। (uses of neem in hindi)
आइये नीम से बनाये जाने वाले कुछ नुस्खों के बारे बताते है।
बालों की समस्या में नीम । Benefits of neem in Hair problems
बालों के लिए नीम एक रामबाण औसधी है। बालों के झड़ने (hair fall) से लेकर बालों के असमय सफेद होने जैसी कई समस्याओं में नीम बहूत ही कारगर है।
नीम के पत्ते (hair fall me neem ke fayde) लेकर पानी में अच्छी तरह उबालकर उन्हें ठंडा कर लें। फिर इस पानी से सिर को हफ्ते में दो बार धोने से बाल मजबूत होते हैं। बालों का गिरना या झड़ना भी ठीक हो जाता है।
नीम के पत्ते और बेर के ताजे पत्ते बराबर मात्रा में लेकर पीस कर एक गाढ़ा पेस्ट बना ले । फिर इस पेस्ट को अपने बालों पर लगाकर 1-2 घण्टे रहने के बाद पानी से धौ लें। इससे भी बालों का झड़ना और असमय पकना बन्द हो जाता है।
दांतो की हर समस्या के लिए नीम । Neem for Dental problems
दांतो के लिए नीम की दातुन के फायदे (Neem ki datun ke fayde) सभी जानते है। दांत में दर्द (teeth pain) होता हो या दांतो में कीड़ा लगा हो नीम से ये सभी की समस्याएं दूर हो जाती है। नीम की छाल को पानी मे उबालकर कुल्ला करने से मसूड़े (gums) फूलना ठीक हो जाते है और दांतों में दुर्गन्ध की समस्या भी ठीक हो जाती है।
नीम की जड़ की छाल का चूर्ण 50 ग्राम, सोना गेरू 50 ग्राम तथा सेंधा नमक 10 ग्राम, इन तीनों को मिला कर खूब बारीक पीस लें। फिर इसे नीम के पत्ते के रस में भिगो कर छाया में सूखने दें। यही प्रक्रिया तीन बार करने के बाद इसे सुखाकर शीशी में भरकर रख लें। इस चूर्ण से दाँतों पर हर रोज मंजन (dant manjan) करने से दाँतों से खून आना (gums bleeding),पीव निकलना, मुंह से दुर्गंध आना, दांत का हिलना,आदि रोग दूर हो जाते है।
आंखों के लिए नीम के फायदे
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यदि आँखोंं के ऊपर सूजन के साथ ही दर्द हो और आंखों के अन्दर खुजली होती हो तो नीम के पत्ते तथा सोंठ को पीसकर उसमे थोड़ा सेंधा नमक मिला लें। इसे हल्का गर्म कर लें। एक कपड़े की पट्टी पर इसे रखकर रात को आँखोंं पर बाँधें। 2-3 दिन में आँखोंं का यह रोग ठीक हो जाता है। इस दौरान ठंडे पानी और ठंढ़ी हवा से आँखोंं को बचाना चाहिए।
सिर दर्द (Headache) में नीम है चमत्कारी
सिर दर्द (Headache) में भी नीम बहूत ही फायदेमंद है। इसके लिए नीम के सूखे पत्ते, काली मिर्च और चावल को बराबर मात्रा में मिलाकर पीसकर बारीक चूर्ण बना लें। सूर्योदय से पहले सिर के जिस तरफ दर्द हो, उसी ओर की नाक में इस चूर्ण की एक चुटकी भरकर नाक में डाल दे। इससे आधासीसी के दर्द यानी माइग्रेन में तुरंत लाभ (neem ka upyog in hindi) होता है।
डाईबेटिस के लिए नीम के फायदे । Neem leaves ke gharelu fayde
अगर आपको सूगर (Diabetes) की समस्या है।तो इसके लिए 30 ग्राम नीम के छाल (Neem bark) को मोटा-मोटा कूट कर उसमे 2 लीटर पानी डाल लें। इसे मिट्टी के बरतन में कुछ देर पकाएं। पानी 200 ml शेष रहने पर छान कर फिर दोबारा पकाएं और 15 ग्राम कलमी शोरा के चूर्ण को चुटकी से डालते जायें और नीम की लकड़ी से हिलाते जाएं। सूख जाने पर पीसकर इसको छानकर रख लें। 250 मिग्रा की मात्रा हर रोज गाय के दूध की लस्सी के साथ सेवन कराने से बढ़ा हुआ सूगर लेवल ठीक हो जाता है।
पेट के कीड़ों में नीम के फायदे । Neem tree leaves benefits in worm infestation
नीम की छाल, इन्द्रजौ और वायबिडंग को बराबर मात्रा में लेकर पीसकर चूर्ण बना लें। फिर इस चूर्ण की 2 ग्राम की मात्रा में 1/4 ग्राम भुनी हुई हींग मिला लें। इस मिश्रण को सहद में मिलाकर दिन में 2 बार सेवन करने से पेट के कीड़े समाप्त हो जाते हैं।
बवासीर के लिए नीम के फायदे । Uses of Neem tree in piles treatment
नीम के 50ml तेल (Neem oil) में 3 ग्राम कच्ची फिटकरी तथा 3 ग्राम सुहागा को महीन पीसकर मिला दें। शौच के धोने के बाद इस मिश्रण को उंगली से गुदा के भीतर तक अच्छी तरह लगाएं। इससे कुछ ही दिनों में बवासीर ठीक होता है।(Neem oil ke fayde in hindi)
पुराने जख्म के लिए नीम । Neem benefits in wounds healing
पुराने ठीक न होने वाले जख्म को नीम के पत्तों का काढ़ा बनाकर उससे अच्छी प्रकार से धो लें। इसके बाद नीम की पकी हुई पत्तियों की पेस्ट बनाकर जख्म पर रखकर बांध लें। 7-8 दिन में इस नुस्खे का लगातार प्रयोग करने से घाव पूरी तरह से ठीक हो जाता है।
10 ग्राम नीम की गिरी तथा 20 ग्राम मोम को 100 ग्राम तेल में डालकर ठीक से पकाएं। जब दोनों अच्छी तरह मिल जायें तो आग से उतार कर 10 ग्राम राल का चूर्ण मिलाकर अच्छी तरह हिलाकर रख लें। यह मलहम, आग से जले हुए और पुराने घावों के लिए भी लाभदायक है।